नेहरू नगर पुलिस लाइन में जनवरी अंत तक बेटियों के लिए लाइब्रेरी शुरू हो रही है। यहां 5 हजार से ज्यादा किताबें होंगी। इस लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें होंगी। यहां बच्चियों के लिए निशुल्क इस लाइब्रेरी को बनाने के पीछे उद्देश्य है कि बच्चियों को अपने घर के पास ही पढ़ाई का माहौल मिले और वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर समाज में आगे बढ़ें।
समय-समय पर विषय विशेषज्ञों के लेक्चर भी होंगे। यह बिल्डिंग 2500 वर्ग फीट में बनकर रही है। लाइब्रेरी का भवन और किताबों के लिए एमपीआरडीसी ने 30 लाख रुपए सीएसआर में दिए हैं। लाइब्रेरी में पुलिस पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी पढ़ सकेंगे।
10 कम्प्यूटर पर.... ऑनलाइन किताबें भी पढ़ सकेंगी बेटियां
- 30 लाख रुपए सीएसआर में दिए हैं।
- 21 लाख रुपए लाइब्रेरी की बिल्डिंग बनाने के लिए
- 09 लाख में प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें।
इस लाइब्रेरी में पुलिस भर्ती, एमपीपीएससी, यूपीएससी समेत अन्य भर्ती परीक्षाओं से संबंधित किताबें होंगी। बच्चे इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन भी अन्य किताबें पढ़ सकेंगे।
पुलिस पब्लिक स्कूल की बिल्डिंग का भी हो रहा है रिनोवेशन
पुलिस लाइन में पहली से 12वीं तक संचालित पुलिस पब्लिक स्कूल की शुरुआत 1990 में हुई थी। स्कूल में स्लम के 250 और पुलिसकर्मियों के 100 बच्चे पढ़ रहे हैं। स्कूल बिल्डिंग का रिनोवेशन का काम चल रहा है। स्मार्ट सिटी द्वारा स्कूल के 6-7 रूम का रिनोवेशन किया जा रहा है। यहां 16 रूम हैं, जहां दो शिफ्ट में क्लास लगती हैं। कोरोना काल में स्कूल के टीचर्स द्वारा बच्चों की फ्री ऑनलाइन क्लास ली जा रही है।
उद्देश्य सिर्फ एक- बेटियां पढ़े-लिखें
पुलिस पब्लिक स्कूल में स्लम एरिया के बच्चों की संख्या अधिक है। हमारा उद्देश्य है कि बेटियों को पढ़ा लिखाकर समाज की मुख्य धारा में जोड़ें। लाइब्रेरी में बच्चियों को वे सभी किताबें पढ़ने को मिलेंगी जो उनके लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवश्यक हैं।
इरशाद वली, डीआईजी भोपाल
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