जिले के रानी बड़ाैद गांव में देशी इलाज के चक्कर में पड़े माता-पिता की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया। 22 दिनों पहले चूल्हे के पास खड़ी 10 वर्षीय बच्ची के दुपट्टे में आग लगने से उसका 60 प्रतिशत हिस्सा जल गया। इसके बाद भी माता-पिता उसे इलाज के लिए अस्पताल नहीं ले गए।
शरीर के जले हुए अंगों के घाव से निकलता मवाद बदबू देने लगा तो पड़ाेसियों ने पुलिस को सूचना दी। अकोदिया थाना टीआई ए.के. शेषा ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायल बच्ची को भोपाल रैफर कर इलाज शुरू करवाया। दरअसल गांव के जागरूक युवाओं को जब पता चला कि 26 नवंबर को बच्ची जल गई थी और उसका इलाज घर पर ही किया जा रहा है। युवाओं की टोली पुलिस को सूचना देकर बच्ची के घर पहुंच गए। यहां एक कमरे में लगे पलंग पर जली हुई पड़ी 10 वर्षीय बच्ची दर्द से चीख भी नहीं पा रही थी, 60 प्रतिशत जले हुए शरीर के अंगों से आ रही बदबू भी असहनीय थी।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3mxb6ei December 19, 2020 at 05:16AM https://ift.tt/1PKwoAf
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