बस संचालक अब किराया वृद्धि की मांग को लेकर अड़ गए हैं। मप्र बस ऑनर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री व परिवहन विभाग के आला अफसरों को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही बढ़ा हुआ किराया लागू नहीं करवाया गया तो वे बसों का संचालन बंद करने पर मजबूर होंगे। एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री ने स्पष्ट किया है कि 31 दिसंबर तक इंतजार करेंगे, एक जनवरी से संचालन बंद कर दिया जाएगा।
उज्जैन जिले से संचालित होने वाली 500 सहित प्रदेश में करीब 30 हजार यात्री बसें हैं। अनलॉक के बाद से इनमें से अभी 55 फीसदी बसें ही संचालित हो पा रही हैं। इसलिए कि लॉकडाउन में महीनों तक बंद रही बसों में मेंटेनेंस का काफी खर्चीला काम निकल आया है और यात्रियों की संख्या भी अपेक्षाकृत नहीं मिल रही है। इससे बस संचालन का रोजाना का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है।
इन तमाम परिस्थितियों के बीच मप्र बस ऑनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री और परिवहन विभाग के आला अफसरों को किराया बोर्ड द्वारा अनुशंसित व बढ़ा हुआ किराया लागू करवाने के लिए पत्र लिखा है। पत्र की आखिरी लाइन में चेतावनी दी है कि शीघ्र ही किराया वृद्धि लागू की जाए, अन्यथा मजबूर होकर यात्री बसों का संचालन बंद करना पड़ेगा। बहरहाल इन तमाम परिस्थितियों से एक बात ताे साफ है कि कोरोना काल में जैसे-तैसे घर चला रहे लोगों की मुश्किलें किराया बढ़ने से और भी बढ़ने की आशंका है।
बसों का मेंटेनेंस भारी पड़ रहा
मप्र बस ऑनर्स एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री जय कुमार जैन के अनुसार बस संचालकों के लिए विपरीत परिस्थितियां बनी हुई हैं। बसों का मेंटेनेंस भारी पड़ रहा है। यात्री मिल नहीं रहे हैं। डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं। शासन को पत्र लिखकर किराया वृद्धि लागू करने की मांग की है। ऐसा नहीं होता है तो एक जनवरी 2021 से प्रदेशभर में बसों का संचालन बंद कर दिया जाएगा।
यह है ताजा स्थिति
वर्तमान में किराए का जो स्लैब लागू है वह प्रथम किलोमीटर के 7 रुपए और इसके बाद के प्रत्येक एक किमी के एक-एक रुपए के मान से लागू है। यानी उज्जैन से इंदौर की दूरी 56 किमी है। ऐसे में इसके पहले एक किमी के 7 रुपए और बाकी के 55 किमी के एक-एक रुपए के हिसाब से 55 रुपए हुए। इस तरह उज्जैन से इंदौर का किराया 62 रुपए तय है।
एसोसिएशन ने अपनी तरफ से किराया बोर्ड के समक्ष नया स्लैब रखा था। ये कि प्रथम किमी के 12 और बाद के प्रत्येक किमी के एक रुपए 60 पैसे। यदि ये लागू होता है तो उज्जैन से इंदौर का किराया बढ़कर 62 से सीधे 100 रुपए हो जाएगा।
हालांकि इस प्रस्तावित स्लैब पर विचार करने के दौरान 18 सितंबर को किराया बोर्ड की बैठक में प्रथम किमी के 10 और बाद के प्रत्येक किमी का डेढ़ रुपया वृद्धि करने पर सहमति बनी है। लेकिन यह वृद्धि सीएम के निर्देश पर ही लागू हो पाएगी। यदि ये लागू होती है तो उज्जैन से इंदौर का किराया 62 से 92 रुपए हो जाएगा। {किराया वृद्धि के लिए बस संचालकों ने ठोस आधार डीजल की कीमतों में वृद्धि होने को बनाया है। पत्र में ही उन्होंने स्पष्ट किया है कि इससे पहले किराया वृद्धि 2018 में की गई थी तब डीजल 64 रुपए लीटर था और अब कीमत बढ़कर 82 रुपए हो गई है।
(नोट : जानकारी पत्र व एसोसिएशन के उज्जैन संभाग के प्रभारी शिव कुमार शर्मा से चर्चा के अनुसार)
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2KhPMwk December 22, 2020 at 05:03AM https://ift.tt/1PKwoAf
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