ग्यारस से शादियां शुरू हो गईं। इस बार आमंत्रण पत्र के स्वरूप से लेकर रस्मों तक सबकुछ बदल गया है। सीमित संख्या में मास्क पहने बाराती। कहीं बैंड बाजे के साथ तो कहीं जल्दबाजी में बिना घोड़ी चढ़े ही द्वारचार के लिए पहुंचे दूल्हे। बारात के स्वागत में सबसे पहले थर्मल स्क्रीनिंग और इत्र की जगह सैनिटाइजर का छिड़काव। कोविड नियमों के चलते मेहमान भी कम ही पहुंचे और जो पहुंचे वो भी ज्यादा देर नहीं रुके, क्योंकि रात 10 बजे से पहले घर जो पहुंचना था।
सबसे पहले... थर्मल स्क्रीनिंग
गुफा मंदिर.... गुफा मंदिर में हुए विवाह समारोह में दूल्हे के साथ बारातियों व अन्य मेहमानों की थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही उन्हें समारोह में प्रवेश दिया गया। विवाह समारोह में शासन की गाइडलाइन का पालन किया गया।
इन्होंने समझी जिम्मेदारी...
करीब 400 जोड़े पहले दिन विवाह बंधन में बंधे, कई जगह दिन में हुए फेरे, अंधेरा होने से पहले किया प्रीतिभोज
- शहर व आसपास के क्षेत्रों में करीब 400 जोड़े गठबंधन में बंधे। सभी समारोह में पहले की तरह भीड़ नहीं दिखाई दी। सड़कों पर बारातें भी कम निकलीं। कई दूल्हा व बाराती सीधे ही वाहनों में सवार होकर विवाह स्थल पर पहुंच गए।
- पं. कपिल शर्मा ने बताया कि कई विवाह समारोह में पहले से निर्धारित बारातों व फेरों के समय में बदलाव कर दिया। कई बारातें जो शाम 7 बजे निकलना थी, वह 4-5 बजे से निकलने लगी। कई स्थानों पर दिन में ही फेरे कराकर शाम को प्रीतिभोज ही रखा गया।
- दूल्हा-दुल्हन ने वरमाला के समय चेहरे से मास्क हटा लिया था, किंतु इसके पूर्व मंडप में फेरे व पूजा के दौरान वे मास्क लगाए दिखे। दूल्हा-दुल्हन के मेहंदी लगे हाथों पर कई लोग सैनिटाइजर छिड़क रहे थे। पंडितों ने भी मास्क लगाकर मंत्रोच्चार कराया।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3nUAk7m November 26, 2020 at 05:27AM https://ift.tt/1PKwoAf
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