मुरार के खुरैरी गांव में बाल विवाह की सूचना पर पुलिस और महिला बाल विकास विभाग की टीम ने बुधवार को छापा मारा। यहां एक किशोरी की शादी कराने की तैयारी चल रही थी, तभी महिला बाल विकास विभाग की टीम को वीडियो मिला और टीम पुलिस को लेकर यहां पहुंच गई।
टीम के अनुसार, प्रथम दृष्टया जिसकी शादी कराई जा रही थी, वह नाबालिग ही है। लेकिन पुष्टि के लिए उसका मेडिकल और आयु परीक्षण कराया जाएगा। क्योंकि उसके परिजन बालिका की आयु के संबंध में कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सके। इसके चलते महिला बाल विकास विभाग के अफसरों ने बालिका के बारे में शिवपुरी की बाल कल्याण समिति को सूचित किया, क्योंकि ग्वालियर की समिति का कार्यकाल पूरा हो चुका है। फिर उसे बालिका गृह भिजवाया गया।
जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी शालीन शर्मा ने बताया कि बुधवार दोपहर में किसी ने फोन पर बाल विवाह की सूचना दी। तत्काल मुरार थाने के टीआई अजय सिंह पवार से संपर्क किया गया।
महिला बाल विकास विभाग की टीम पुलिसकर्मियों को लेकर खुरैरी पहुंची और शादी रुकवा दी गई। इसके बाद बालिका के परिजनों से पूछा तो उसके परिजन उम्र 18 वर्ष बताने लगे, लेकिन कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाए।
जब महिला बाल विकास विभाग की टीम बच्ची को ले जाने लगी तो उसके माता पिता रोने लगे। बोले- शादी 6 माह बाद ही कर देंगे, लेकिन उनकी बच्ची को उनसे दूर न किया जाए। लेकिन अंततः बच्ची को यहां से टीम ले गई।
आज होगा मेडिकल: शाम 4 बजे टीम यहां से लौटी। इसके चलते उसका मेडिकल नहीं हो सका। जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी शालीन शर्मा का कहना है कि गुरुवार को मेडिकल होगा। फिलहाल बच्ची बालिका गृह में ही अपने परिजनों से दूर रहेगी।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fyfk3r November 26, 2020 at 05:27AM https://ift.tt/1PKwoAf
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