लॉकडाउन के बाद से बंद यात्री बसों का संचालन 8 सितंबर से शुरू हो गया है। शुरू में बस ऑपरेटरों द्वारा संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस, सैनिटाइजर का उपयोग व मास्क लगाकर आने वाले यात्रियों को बस में प्रवेश दिया जा रहा था। लेकिन अब शासन की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। बावजूद इसके लोग लापरवाही बरते रहे हैं। यात्री बसों में बिना मास्क के ही लोग सफर कर रहे हैं। जो सभी के लिए घातक हो सकता है।
शासन की गाइड लाइन के अनुसार बस रवाना होने से केे पहले इसे सैनिटाइज करना जरूरी है। इसका पालन एक भी बस मालिक द्वारा नहीं किया जा रहा है। भास्कर टीम मंगलवार को बसों की स्थिति देखने पहुंची तो ड्राइवर-कंडेक्टर मक मास्क लगाए नहीं मिले। एक ड्राइवर ने बताया कि बस मालिक ने ही सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं कराया तो हम यात्रियों के हाथ कैसे साफ कराकर प्रवेश दें।वहीं बस के ड्राइवर व कंडेक्टर का मालिकों ने बीमा भी नहीं करवाया है। कर्मचारियों ने बताया कि बस मालिक ने प्रधानमंत्री योजना में बीमा कराने को कहा था। लेकिन कर्मचारियों के पास बैंक खाता ही नहीं है तो वे बीमा कैसे कराएं।
बस यूनियन भी लोगों को नहीं कर रही जागरूक
प्राइवेट बस कर्मचारी यूनियन के सदस्य भी बस स्टैंड पर यात्रियों को मास्क लगाए जाने के प्रति जागरुक नहीं कर रहे हैं। जबकि यूनियन को कोरोना के प्रति यात्रियों को जागरुक करना चाहिए। ताकि यात्री न केवल सोशल डिस्टेंस के प्रति जागरुक रहें, बल्कि सैनिटाइजर व साबुन से हाथ धोने केे प्रति अपने व्यवहार में बदलाव जा सकें।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2GqqwC6 October 07, 2020 at 05:29AM https://ift.tt/1PKwoAf
0 Comments