दो माह में शहर में तीन गंभीर मामलों में भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिला अस्पताल में नवजात की मौत, पीएचई के कार्यपालन यंत्री द्वारा हरे पेड़ काटने व जलावर्धन व सीवरेज योजना में सड़क खोदने, कुंदा में नालों का गंदा पानी डालने वालों पर कार्रवाई ही नहीं हो पा रही है। लोगों के धरना-आंदोलन, शिकायतें भी बेअसर साबित हो रही है।
शहर में तीन मामलों के लिए धरना-आंदोलन व शिकायतें हुई है। इसमें लगातार दबाव के बाद अफसरों के पास जांच प्रक्रिया लंबित है तो किसी मामले में वरिष्ठ अफसरों को रिपोर्ट भेजी है। कलेक्टर अनुग्रहा पी का कहना है कि नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। एक मामले में रिपोर्ट का जवाब नहीं मिला है तो दो मामलों में जांच जारी है। अफसरों से चर्चा कर कार्रवाई की जानकारी लेंगे।
रिपोर्ट का जवाब नहीं मिला, दो मामलों में अफसरों से चर्चा होगी
^ तीनों मामले गंभीर है। नवजात की मौत के मामले में कमिश्नर के पास रिपोर्ट भेजी है। कोई जवाब नहीं मिला है। कार्यपालन यंत्री, जलावर्धन व सीवरेज के मामले में चर्चा करेंगे।
-अनुग्रहा पी, कलेक्टर
ये हैं तीन मामले जिनमें अब तक जांच ही चल रही
नवजात की मौत...
कमिश्नर के पास भेजी जांच रिपोर्ट, अब तक कोई जवाब नहीं आया
जिला अस्पताल में घोट्या की पूजा पाटीदार के नवजात की मौत हो गई थी। यहां ऑपरेशन नहीं होने से पेट में ही नवजात की मौत हो गई थी। परिजनों ने 8 घंटे की देरी का आरोप लगाया। इसमें डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पाटीदार समाज सहित अन्य लोगों ने जिला अस्पताल व कलेक्टरेट में रात 12 बजे तक धरना दिया। कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। जांच रिपोर्ट कमिश्नर के पास भेजी है,लेकिन अब तक कोई जवाब ही नहीं आया है।
रोड खोदन व गंदगी...
जलावर्धन व सीवरेज कंपनी पर 15 दिन बाद भी एफआईआर नहीं
शहर की 116 करोड़ की अमृत जलावर्धन योजना ने रोड खोद दिए। लोग घायल हुए। धूल से लोगों को परेशानी हुई। इसी तरह 61 करोड़ की सीवरेज योजना में भी लापरवाही बरती गई। लोगों के घरों के कनेक्शन छोड़ दिए। शहर के नालों का पानी कुंदा में प्रवाहित किया जा रहा है। 15 दिन पहले ही नपा सीएमओ प्रियंका पटेल ने कोतवाली में आवेदन देकर दोनों कंपनियों के ठेकेदार व इंजीनियरों पर एफआईआर के लिए आवेदन दिया था। अब तक केवल जांच ही चल रही है।
पेड़ कटवाए... कार्यपालन यंत्री को नोटिस दिया
दो माह पहले पीएचई विभाग परिसर में कार्यपालन यंत्री जितेंद्र मावी ने पांच से ज्यादा हरे पेड़ कटवा दिए थे। लोगों की शिकायत पर नपा सीएमओ प्रियंका पटेल ने पंचनामा बनाया था। कार्यपालन यंत्री मौके से फरार हो गए थे। उन्हें नोटिस दिया। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिम्मेदार अफसर द्वारा हरे पेड़ काटना निंदनीय है।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3mTgnh5 December 07, 2020 at 05:22AM https://ift.tt/1PKwoAf
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