नानाखेड़ा स्टेडियम में इनडोर के साथ आउटडोर स्टेडियम का प्रस्ताव है। यहां पर बहुउद्देश्यीय खेल प्रशाल बनाने का रास्ता साफ हो गया है। उज्जैन विकास प्राधिकरण ने यह जमीन जिला खेल विभाग को हस्तांतरित कर दी है। एक सप्ताह में अफसरों का दल मौका मुआयना करने के साथ आगे की योजना पर विचार करेगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के अनुसार श्रीमंत विजयाराजे सिंधिया स्टेडियम नानाखेड़ा का प्रस्ताव मंजूर हो गया है। 50 करोड़ रुपए से इसकी शुरुआत की जाएगी। इधर, स्टेडियम में गेहूं भरा हुआ है।
समर्थन मूल्य पर 92110 किसानों ने 835705 टन गेहूं बेचे थे। ऐसे में भंडारण की व्यवस्था नहीं होने से प्रशासन ने नानाखेड़ा स्टेडियम में खुले में भंडारण कर दिया। वेयर हाउस एंड लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के प्रबंधक मनीष वर्मा के अनुसार नानाखेड़ा स्टेडियम में 12400 टन गेहूं का भंडारण किया था। इसमें से 7400 टन गेहूं अब भी रखे हैं। एफसीआई, सिविल सप्लाई और ट्रांसपोर्टर के बीच अनुबंध होने के बाद इसे हटाया जाएगा।
गेहूं स्टॉक के लिए बिछाए थे चूरी, पत्थर व मुरम
स्टेडियम की जमीन हस्तांतरित होने के बावजूद नानाखेड़ा स्टेडियम में खेल गतिविधियां शुरू होने में लंबा वक्त लग सकता है। स्टेडियम से गेहूं हटाना प्रशासन के लिए चुनौती है। गेहूं का खुले में स्टॉक करने के लिए चूरी, पत्थर और मुरम बिछाए थे। इन्हें बिछाने के लिए बड़ी संख्या में डंपर और जेसीबी मैदान में आए थे। इससे मैदान की संरचना प्रभावित हुई है। अब मटेरियल हटाने के लिए भी इसी तरह डंपर और जेसीबी आएंगे।
यह खेल शुरू होने की उम्मीद : नानाखेड़ा में बहुउद्देशीय खेल प्रशाल बनाने का प्रस्ताव है। इसके तहत यहां पर बैडमिंटन, टेबल टेनिस, फुटबॉल, कुश्ती के साथ मलखंभ सेंटर भी बनाया जा सकता है।
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