शहर के घराें के सैप्टिक टैंकाें से निकलने वाले वेस्ट काे अब तक नदी, नालाें और खुले मैदानाें, ट्रेंचिंग ग्राउंड आदि में बहाया जा रहा था, लेकिन अब नपा ने मालाखेड़ी में सैप्टिक टैंक से निकलने वाले वेस्ट (मल) काे खाद के रूप में बदलने के लिए फिकल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) तैयार कर लिया है। नपा अधिकारियाें के अनुसार भाेपाल संभाग की नगर पालिकाओं में यह पहला एफएसटीपी तैयार हुआ है। इसके लिए शासन से नपा काे बीस लाख रुपए मिले थे। एफएसटीपी बनने के कारण नपा काे 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण में 600 अंक मिलना तय हाे गया है। साथ इससे ओडीएफ प्लस-प्लस में आने की उम्मीद भी बढ़ गई है।
तीन पिट तैयार किए गए : नपा एई आरसी शुक्ला ने बताया कि फिलहाल एफएसटीपी में तीन पिट तैयार किए गए हैं। प्रत्येक पिट के सामने टैंक बनाया गया है जिसमें सैप्टिक टैंकाें से वेस्ट लाकर डाला जाता है। यह वेस्ट तीन चरणाेें में फिल्टर हाेता है जिसके बाद यह पिटाें में जाकर खाद का रूप लेता है। इसकी खासियत है कि बड़े ग्रेवल और छाेटे ग्रेवल से हाेकर गुजरने के बाद इसका पानी साफ हाेता है और इस पानी काे क्यारियाें के माध्यम से केली के पाैधाें तक पहुंचाया जाता है। केली के पाैधे पानी के दूषित तत्वाें काे अवशाेषित कर लेते है। उक्त तरीके से बनने वाले खाद काे साेन खाद कहा जाता है।
एफएसटीपी से जैविक खाद तैयार की जाएगी
फिकल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से वैज्ञानिक तरीके से मल संधारण कर जैविक खाद तैयार किया जा रहा है। इससे प्राप्त पानी और खाद का उपयाेग भी किया जा सकेगा। शहर के लाेगाें से अपील है कि वे अपने सैप्टिक टैंक खाली कराएं ताकि इसका संधारण एफएसटीपी के माध्यम से कराया जा सके।
आरसी शुक्ला, एई नपा
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