किसानाें द्वारा जैविक खेती से पैदा की जा रही सब्जी को सदर बाजार क्षेत्र में बाजार लगाने के लिए जगह मिल गई है। अब हर रविवार काे यहां सुबह 10 से रात 8 बजे तक जैविक उत्पाद मिल जाएंगे। हाईब्रीड वाले इस दौर में भी जिले के कुछ किसान गोबर खाद, जीवा अमृत, नीमा अस्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्नि अस्त्र के छिड़काव कर नेचुरल पद्धति से सब्जी उत्पादन कर रहे हैं।
करीब तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद इन किसानों काे जैविक का प्रमाणपत्र मिलता है। इन किसानों की जिद का ही नतीजा है कि जिले में करीब 500 एकड़ पर पारंपरिक तरीके से सब्जी की फसल ली जा रही है। किसानों द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए कड़ी मेहनत कर सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है।
राहत : बाजार नहीं हाेने से उत्पाद बेचने में आती थी परेशानी, हुई हल : जैविक तरीके से सब्जियों का उत्पादन करने वाले किसान विनय यादव ने बताया कि रासायनिक खाद से जमीन की सेहत बिगड़ रही थी। मिट्टी धीरे-धीरे अनउपजाउ हो गई थी। इसके बाद कुछ किसानों ने मिलकर जैविक खेती करने का निर्णय लिया। अब कई किसान जैविक खेती कर रहे हैं। बाजार नहीं हाेने से बेचने की समस्या है। जाे अब जगह मिलने से हल हुई है।
जैविक सब्जियों के दाम भी ज्यादा नहीं
जैविक बाजार में आईं अवनी गाैर ने बताया की जैविक बाजार में लाैकी 50 रुपए किलाे, बलहर 60 रुपए किलाे, हरा प्याज 70 रुपए किलाे, फूलगोभी 60 रुपए किलाे, भिंडी 50 रुपए किलाे, टमाटर 60 रुपए किलाे, पपीता 60 रुपए किलाे बिका।
बराखड़ कलां के जागरूक किसान की पहल से मिली जैविक बाजार को जगह
चर्च के सामने सदर बाजार में बिजली कंपनी के ऑफिस के पीछे किसानों को फ्री स्थान उपलब्ध कराया गया है। यहां पर हर रविवार काे ऑर्गेनिक सब्जी बाजार लगेगा। जिससे कि समाज मैं जैविक उत्पाद के लिए जागरूकता बढ़े। सिवनीमालवा बराखड़ कलां के अरविंद गौर एवं अक्षय गौर ने इसके लिए पहल की है। जिससे जैविक किसानों को आगे लाया जा सके और जैविक उत्पादों को बढ़ावा मिले।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2Weo8lY December 14, 2020 at 04:54AM https://ift.tt/1PKwoAf
0 Comments