आईआईएम इंदौर अपने छात्रों को मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग की सुविधा देने जा रहा है। छात्र 24 घंटे बगैर अपनी पहचान जाहिर किए टेलीफोन कॉल, वीडियो कॉल या ऑनलाइन चैट के जरिए काउंसलर से मदद ले सकेंगे। वैसे तो यह सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी, लेकिन किसी मामले में तत्काल मदद के लिए एक काउंसलर स्थानीय स्तर पर भी मौजूद रहेगा।
संस्थान इसके जरिए ऐसे छात्रों की जानकारी भी जुटाएगा, जिनमें आत्महत्या के लक्षण या खुद में शारीरिक नुकसान पहुंचाने की प्रवृत्ति नजर आ रही हो। यह जानकारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ स्टूडेंट अफेयर से जुड़े वरिष्ठ अफसरों के साथ साझा की जाएगी, ताकि किसी घटना को रोका जा सके।
बगैर पहचान के साझा होगी जानकारी
- छात्र की पहचान उजागर नहीं की जाएगी। आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने की प्रवृत्ति वाले गंभीर मामलों में भी छात्र की पहचान बताए बगैर वरिष्ठों को जानकारी दी जाएगी। हर महीने काउंसलिंग के लिए आने वाले मामलों की एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट के विश्लेषण के आधार पर भी मनोरोग संबंधी मामलों की जानकारी हासिल की जाएगी।
- छात्रों को मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जुड़े आर्टिकल उपलब्ध करवाने के साथ विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर होने वाली डिस्कशन, वेबिनार सहित अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने की सुविधा दी जाएगी। तनाव प्रबंधन और मानसिक शांति देने वाले तकनीकों की जानकारी देने के लिए वर्कशॉप और जागरूकता गतिविधि भी होंगी। ओरिएंटेशन सेशन की भी योजना पर विचार किया जा रहा है।
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