मध्य प्रदेश: सड़क सुरक्षा सप्ताह के बीच हाईकोर्ट के निर्देशन पर रविवार को जिले में तमाम स्थानों पर मजिस्ट्रेट भी सड़कों पर उतरे और वाहनों की जांच की। मजिस्ट्रेट की जांच की खबर सुनते ही लोगों ने अपने रास्तें बदलने शुरू कर दिए। जिला मुख्यालय पर जहां सागर बायपास के पास मजिस्ट्रेटों ने जांच की तो लिधौरा में भी यह अभियान चलाया गया।
वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं की बड़ती संख्या को देखते हुए हाईकोर्ट के निर्देशन पर शनिवार को जिले के विभिन्न स्थानों पर मजिस्ट्रेटों ने सड़कों पर आकर चालानी कार्रवाई की। जिला मुख्यालय पर सीजेएम सपना पोर्ते, मजिस्ट्रेट चेतना रूसिया, मजिस्ट्रेट अमित निगम ने न्यायालय स्टाफ, DSP प्रिया सिंधी, कोतवाली प्रभारी बीरेंद्र सिंह पंवार सहित पुलिस बल और ट्राफिक पुलिस के साथ सागर मार्ग पर वाहनों की जांच की। यहां पर अधिकारियों ने दोपहिया वाहनों के साथ ही हर प्रकार के वाहनों को रोककर उनकी जांच की। अधिकारियों ने बिना हेमलेट के जा रहे दोपहिया वाहन चालकों के साथ ही बिना लायसेंस, बिना बीमा, बिना रजिस्ट्रेशन के वाहन चलाने वालों पर जुर्माना अभिरोपित किया। इस दौरान अधिकारियों ने 30 वाहनों के खिलाफ जुर्माना की कार्रवाई की। विदित हो कि जिले में लंबे समय बाद वाहनों की मजिस्ट्रेटों द्वारा जांच की गई थी।
लोगों ने बदले रास्तें
सागर मार्ग पर चल रही जांच को देखते हुए लोगों ने अपने रास्तें बदल दिए।
जिन लोगों को पता चल गया कि सागर मार्ग पर मजिस्ट्रेट वाहनों की चैकिंग कर
रहे है तो लोग दूसरे रास्तें तलाशते दिखे। वहीं चैकिंग स्थल पर भी लोग दूर
से ही अपने वाहन रोककर सड़क किराने खड़े दिखे और इस चैकिंग के खत्म होने का
इंतजार करते रहे। वहीं अधिकारियों ने लोगों से मौके पर ही जुर्माना लेने
के साथ वाहनों की कमी को पूरा करने के निर्देश दिए।
लिधौरा में 11 वाहन चालकों का हुआ चालान
शनिवार को जतारा न्यायालय की मजिस्ट्रेट विजय भारती यादव ने आशीष सोनी,
आशीष गुप्ता, अरूण कुमार सूत्रकार, एएसआई असमल खान, आरक्षक सुहाग चंद्र
अहिरवार, रविन्द्र कुशवाहा, सुनील पटेल सहित अन्य अधिकारियों के साथ लिधौरा
मार्ग पर वाहनों की चैकिंग की। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक चली इस चैकिंग में
11 वाहनों में कमियां पाई गई। इन वाहनों में बीमा, हेलमेट, रजिस्टेशन न
होने पर जुर्माना किया गया। यहां पर अधिकारियों ने 15 हजार रुपए की
जुर्माना राशि वसूल की।
Source Link
सोशल मीडिया बोल्ड है।सोशल मीडिया युवा है।
सोशल मीडिया सवाल उठाता है।
सोशल मीडिया एक जवाब से संतुष्ट नहीं है।
सोशल मीडिया बड़ी तस्वीर देखता है।
सोशल मीडिया हर विवरण में रुचि रखता है।
सोशल मीडिया उत्सुक है।
सोशल मीडिया फ्री है।
सोशल मीडिया अपूरणीय है।
लेकिन कभी अप्रासंगिक नहीं।
सोशल मीडिया तुम हो।
(समाचार एजेंसी की भाषा से इनपुट के साथ)
अगर आपको यह कहानी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्त के साथ शेयर करें!
हम एक गैर-लाभकारी संगठन हैं। हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉर्पोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक रूप से हमारी मदद करें !
0 Comments