वकील की गोली मारकर हत्या मामले में बक्सर व्यवहार न्यायालय के वकील भी काफी आक्रोश में दिख रहे हैं। व्यवहार न्ययालय के पास बक्सर के वकीलों द्वारा उग्र प्रदर्शन किया गया। जमकर नारेबाज़ी कर वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई।
साथ ही मृतक गोपलगंज के वकील राजेश पाण्डेय के परिजनों को तत्काल 50 लाख तत्काल आर्थिक सहायता करने की मांग की गई।बक्सर के युवा अधिवक्ता कल्याण समिति संघर्ष मोर्चा बिहार के बैनर तले यह प्रदर्शन किया गया। प्रदेश के संयोजक डॉ मनोज कुमार यादव द्वारा इसका नेतृत्व किया गया। डॉ मनोज ने कहा कि गोपालगंज में अधिवक्ता राजेश पांडेय की हत्या सुशासन की सरकार पर सवालिया निशान खड़ा करती है।
मृतक के परिजनों को तत्काल 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए।उन्होने कहा कि बिहार सरकार को कई एक बार मांग पत्र देने के बावजूद आज तक सरकार ने प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं किया।सरकार वकीलों के प्रति संवेदनशील नहीं है। वकील दूसरे के न्याय के लिए लड़ाई लड़ता है लेकिन वह सुरक्षित नहीं है, जिसके चलते प्रतिदिन वकीलों की हत्या हो रही है। गोपालगंज में दिनदहाड़े एक क्रिमिनल लॉयर राजेश पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
वकील मंगलवार सुबह प्रैक्ट्रिस के लिए जा रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार 3 अपराधी आए और गोली मार दी।जिनकी अस्पताल जाने के क्रम में ही मौत हो गई। मिली जनकारी के अनुसार राजेश पाण्डेय एक केस की पैरवी की थी। इसमें वो केश जीत गए थे। जहां विरोधी ने राजेश को उनके टेबल पर आकर गोली मारकर हत्या करने की धमकी दी थी। वहीं मंगलवार को गोलियों से छलनी कर दिया गया।
आक्रोशित वकीलों ने कहा कि आए दिन अधिवक्ताओ के साथ आपराधिक वारदात हो रहे है लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाई नही की जा रही है ऐसे में अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है।ने कहा कि सरकार को अधिवक्ताओं के लिए दिल्ली मध्य प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों के तर्ज पर सारी व्यवस्थाओं से लैस करनी चाहिए और उसने मांग पत्र पर विचार करके उनके मांग पत्र लागू कर देनी चाहिए तथा सरकार को अधिवक्ता के हित में रोडमैप तैयार करना चाहिए तभी जाकर वकील दूसरे के केसों में न्याय दिला सकते हैं।
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