कांकरिया के पास खेत में बनी झाेपड़ी में बुधवार रात काे चूल्हे पर खाना बनाते समय महिला बुरी तरह झुलस गई। पास की खेत में पानी दे रहा पति बचाने आया ताे उसके हाथ झुलस गए। सूचना पर डायल 100 व 108 माैके पर पहुंची। खेत में बनी झाेपड़ी में रास्ता नहीं हाेने से एंबुलेंस 108 के कर्मचारी महिला काे करीब एक किमी तक स्ट्रेचर पर उठाकर लाए। पति-पत्नी दाेनाें काे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दाेनाें काे भाेपाल रेफर कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि बैतूल जिले के आमढाना निवासी कलिराम पिता लालू (30) और पत्नी राजंती (28) ने खेत में पानी देने का ठेका लिया है। दाेनाें परिवार सहित कांकरिया के पास खेत में बनी झाेपड़ी में रहते हैं। बीती रात करीब 8 बजे राजंती ने खाना बनाने के लिए चूल्हे में केरोसिन डालकर आग लगाई। अचानक आग ने महिला की साड़ी में आग लग गई। इस दाैरान खेत में पानी दे रहा पति कलिराम पत्नी काे बचाने आया। पत्नी काे बचाने में पति के हाथ झुलस गए। इस दाैरान उनके दाे व चार साल के बच्चे पास ही खेल रहे थे। झुलसे पति-पत्नी काे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पत्नी करीब 80 प्रतिशत झुलस गई है। उसे प्राथमिक उपचार के बाद भाेपाल रेफर कर दिया है।
एंबुलेंस कर्मी एक किमी स्ट्रेचर पर लेकर आए
अंदर जाने के लिए काेई रास्ता नहीं था। 108 एंबुलेंस के कर्मचारी गंभीर रूप से झुलसी राजंती काे स्ट्रेचर पर लेका एक किमी तक पैदल चले। इसके बाद पक्की सड़क तक पहुंचे। ईएमटी सुनील यादव और पायलट अतुल यादव ने बताया कि अंधेरे की वजह से खेत में चलने में काफी दिक्कतें हुई। गंभीर रूप से झुलसी राजंती काे स्ट्रेचर पर पैदल सड़क तक लेकर पहुंचे। इसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/37s2zET December 18, 2020 at 05:22AM https://ift.tt/1PKwoAf
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