शहर की आधी आबादी को जिस सड़क की वजह से जाम से मुक्ति मिलना है और भोपाल रोड पर बगैर रुकावट के आसानी से पहुंचना है उसके लिए शासन के पास फिलहाल कोई राशि नहीं है। दरअसल, सौंठिया फाटक से कंपोजिट भवन के बीच बन रही सड़क की लंबाई सिर्फ 800 मीटर है लेकिन यह शहर की सबसे ज्यादा जरूरी सड़क है। सड़क की लागत 2 करोड़ है। अभी कंपोजिट भवन तरफ जाने के लिए सिविल लाइंस रोड से नीमताल होते हुए जाना पड़ता है। इस वजह से वाहन चालकों को करीब 1.5 से 2 किमी का चक्कर लगाना पड़ता है। सड़क बनने से यह आंतरिक बायपास के रूप में काम करेगा । इस सड़क का काम तो जारी हो गया है। लेकिन एक भी रुपए का आवंटन नहीं होने से रफ्तार धीमी हो गई।
अगस्त में जारी हुआ था वर्क आर्डर, राशि नहीं मिली
^पीडब्ल्यूडी के ईई योगेंद्रकुमार ने बताया कि सौंठिया फाटक से कंपोजिट भवन के लिए सड़क का निर्माण चल रहा है। अब तक शासन से किसी तरह की राशि का आवंटन नहीं हुआ है। इस रोड पर 5 पुलिया का निर्माण होना है। इनमें से 4 को हो चुका है। पोल शिफ्टिंग और रिटर्निंग वाल का काम भी होना है।
राशि का आवंटन नहीं होने से अटके ये काम
15 पोल होना है शिफ्ट: मेडिकल कॉलेज के लिए आई हाईटेंशन लाइन के पोल इसी रोड पर हैं। सड़क निर्माण के लिए 15 पोल शिफ्ट होना है। हर पोल को शिफ्ट करने के लिए 1 लाख रुपए का खर्च होना है। राशि नहीं आने से ये काम अटक गया है।
रिटर्निंग वाल का निर्माण जरूरी: रेलवे लाइन का पानी इसी सड़क पर आता है। यदि रिटर्निंग वाल का निर्माण नहीं हुआ तो सड़क पर हर समय पानी भरा रहेगा। इसलिए रिटर्निंग वाल बनना जरूरी है। यह काम भी राशि के आवंटन की वजह से अटक रहा है।
नाली बनना बाकी: सड़क निर्माण के साथ-साथ पानी निकासी के लिए नाली बनाना जरूरी है। नाली नहीं बनी तो सड़क को नुकसान होगा। अभी ये काम बाकी है। ठेकेदार सड़क का काम तो कर रहा है लेकिन उसने काम की गति कम कर दी है।
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