ये आंकड़े चिंता में डालने वाले हैं। शहर के 76 प्रतिशत इलाकों में नशा पहुंच चुका है। यानी, हाल के सालों में नशे को लेकर एनडीपीएस एक्ट में जिन आरोपियों को पकड़ा, वे इन क्षेत्रों के रहने वाले हैं। फिर भले ही वह स्लम एरिया-बस्तियां हों या पॉश और बड़ी कॉलोनियां।
ये तथ्य सामने आए सालों से नशे के खिलाफ अभियान चला रहे ईवा वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के सर्वे में। इतना ही नहीं, संस्था ने दो साल (अगस्त 2016 से अगस्त 2018) में शहर के 16 इलाकों के 6013 परिवारों का सर्वे किया तो 4750 परिवार ऐसे मिले, जिनका कोई न कोई सदस्य नशे की गिरफ्त में है। पिछले साल इन्हीं परिवारों में नशा करने वालों की संख्या 3894 थी। इनमें सबसे ज्यादा शराब, चरस, गांजा, भांग, व्हाइटनर, सिरप और सिंथेटिक ड्रग्स, इंजेक्शन के कॉकटेल के नशे वाले शामिल हैं।
संस्था की वृषाली साहू टिकलकर ने बताया सर्वे के लिए 10 लोगों की टीम 16 इलाकों में घूमी थी। हर परिवार से 10-10 सवालों का एक फॉर्म भरवाकर उनके जवाब लिए थे। इसके अलावा नशीले पदार्थ बेचने वाले आरोपियों को पकड़ने वाले अधिकारियों से बातचीत, नशे के टारगेट एरिया और नशा-बेचने व बिकने वाले स्थानों के दायरे को देखकर 76 प्रतिशत इलाकों के नशे में गिरफ्त में हाेने का तथ्य सामने आया।
उच्च शिक्षा ले रहे छात्र और छात्राएं भी नशा कर रहे
संस्था के सर्वे में शामिल भारती मंडोले बताती हैं 18 से 40 साल के बीच के 70 प्रतिशत युवा सिंथेटिक ड्रग्स और किसी न किसी नशे की गिरफ्त में हैं। उच्च शिक्षा ले रहे छात्र-छात्राएं भी नशा कर रहे हैं। पढ़ाई का स्तर बढ़ने से इन्हें देर रात तक पढ़ना पढ़ता है। ऐसे में दोगुनी ऊर्जा से दिमाग चलाने के लिए इन्होंने एमडी टैबलेट (म्यांऊ-म्यांऊ), ब्राउन शुगर, सिंथेटिक गांजे लेना शुरू किया। कुछ तो फिट रहने के लिए भी इसका नशा कर रहे हैं। इधर, स्कूली बच्चों में गांजे वाली सिगरेट, इलेक्ट्रिक हुक्का, बीयर और शराब की लत ज्यादा है।
जीरो साइज फिगर के चक्कर में भी ड्रग्स ली
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस में जिन एक्ट्रेसेस के नाम ड्रग्स रैकेट में आए, उनको लेकर कहा गया कि कुछ ने जीरो साइज फिगर के लिए नशा शुरू किया। उन्हीं के सोशल मीडिया अकाउंट और इंटरनेट पर चलने वाली बातों से कई लड़कियां जीरो साइज फिगर के लिए सिंथेटिक ड्रग्स लेने लगी हैं। यह नशीला पदार्थ वजन को जल्द कम करता है।
दिल्ली और मुंबई से इंदौर पहुंचा नशा- उधार में ड्रग्स देकर लत लगाती फिर वसूली के लिए ब्लैकमेलिंग
शहर में बड़ी खेप में महंगे ड्रग्स की तस्करी करने वाली आंटी उर्फ प्रीति को लेकर पुलिस कई जगहों पर छापे मार रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस को एक नाइजीरियन की तलाश है, जिससे वह कोक सहित अन्य नशा लेकर आती थी। आंटी ने पुलिस को बताया कि वह जब भी ड्रग्स लाई तो उसे रास्ते में किसी पुलिस ने न तो रोका और न पकड़ा, इसलिए वह खुलेआम नशा लाती थी। वह पहले उधारी में नशा देकर लत लगाती और बाद में ब्लैकमेल कर वसूली करती थी।
विजय नगर पुलिस की एक टीम ड्रग्स तस्करी करने वाली महिला को लेकर दिल्ली पहुंची है। वहां एक नाइजीरियन की तलाश की जा रही है। पुलिस को पता चला है कि आंटी को वही पूरी ड्रग्स उपलब्ध करवाता था। इसके पहले नारकोटिक्स विभाग को भी ऐसे ही एक नाइजीरियन की तलाश है, जो सात साल से फरार है। पुलिस ने जब महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह दिल्ली और मुंबई से बिना किसी रोक-टोक के अपनी कार या रेल में माल लेकर आ जाती थी। उसे कभी किसी ने चेक ही नहीं किया। उसे समझ आ गया कि वह जिस वेशभूषा और महंगी कार या एसी गाड़ी में आती है, उसे चेक नहीं किया जाएगा।
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