शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए हर साल की तरह इस बार भी जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। 13 साल में करीब 45 बैठकें होने के बावजूद शहर के मुद्दा आज भी जस के तस हैं, भले ही इस अवधि में महापौर, विधायक, कलेक्टर, निगम कमिश्नर, यातायात डीएसपी जैसे जिम्मेदार अफसर बदलते गए।
मंगलवार को बैठक में सांसद राज बहादुर सिंह ठाकुर और विधायक प्रदीप लारिया ने बगैर पार्किंग के व्यवसायिक भवन मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने मकरोनिया, गोपालगंज, परकोटा वन-वे रोड, कटरा और गुजराती बाजार में संचालित हो रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर सीधा निशाना साधा।
रजाखेड़ी में हाट बाजार के दौरान भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने और कटरा से फल व सब्जी की दुकानों का विस्थापन करने जैसे मुद्दे भी उठाए गए लेकिन यहां हम आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब बैठक में फल व सब्जी दुकानों के विस्थापन की बात उठाई गई हो।
जनप्रतिनिधियों की मिली सहमति
कटरा से अतिक्रमण हटाने और व्यवसायिक भवनों पर कार्रवाई को लेकर हर बार अफसरों पर जनप्रतिनिधियों के दवाब का बहाना रहता है। लेकिन इस बार जनप्रतिनिधियों ने ही खुद शहर की भलाई में कार्रवाई करने की इच्छा जताई है। ऐसे में अफसरों को बुधवार से ही इस कार्य में जुटना चाहिए।
वहीं बैठक के बाद जनप्रतिनिधियों को यह भी ध्यान देने की जरूरत होगी कि उनके निर्देशों का कितना पालन जिला प्रशासन और नगरीय निकायों द्वारा किया जा रहा है। बैठक में नगर निगम कमिश्नर आरपी अहिरवार, अपर कलेक्टर अखिलेश जैन, सिटी मजिस्ट्रेट सीएल वर्मा, आरटीओ प्रदीप शर्मा, यातायात डीएसपी संजय खरे आदि मौजूद थे।
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए बैठक में इस बार इन मुद्दों पर हुई चर्चा
- कटरा बाजार में फल एवं सब्जी विक्रेताओं का विस्थापन।
- सड़क पर खड़े वाहनों पर कार्रवाई और पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त करने।
- रजाखेड़ी में हाट बाजार के दिन दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश निषेध करने।
- मकरोनिया स्थित मार्कफेड की यूरिया खाद की गोदाम को शिफ्ट करने।
- खुरई बस स्टैंड की भाग्योदय के सामने और राहतगढ़ बस स्टैंड की लेहदरा नाके पर शिफ्टिंग।
- सीहोरा टोल नाके पर अनियमितताओं की जांच कराने
- बगैर पार्किंग चल रहे व्यवसायिक भवनों पर कार्रवाई करने।
- मकरोनिया, गोपालगंज, परकोटा वन-वे रोड, कटरा और गुजराती बाजार में गलत तरीके से संचालित हो रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई करने।
इसलिए हल नहीं हुए ये बड़े-बड़े मुद्दे
डेयरी विस्थापन: 13 साल पुराने इस मुद्दे पर कभी भी जनप्रतिनिधि और प्रशासन एकमत नहीं रहा। नतीजतन डेयरी मालिक कभी हाईकोर्ट से स्टे तो कभी विस्थापन के लिए मनचाही जगह के लिए अड़े रहे। इस साल फिर स्मार्ट सिटी के तहत शहर से डेयरियों को हटाने की हलचल हुई थी।
शहर के मुख्य बाजारों से अतिक्रमण: मुख्य बाजार से हर साल में दो बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाती। लेकिन अधिकतम दो दिन बाद ही फल व सब्जी के ठेले दोबारा यहां जमने लगते हैं। ननि अमला पुलिस बल और प्रशासनिक सहयोग नहीं मिलना बताता है
ट्रांसपोर्ट नगर और माल गोदाम का ट्रांसफर: यह काम इसलिए पूरे नहीं हुए क्योंकि मेकेनिक, ट्रांसपोर्टर्स और रेलवे कभी भी इस मामले पर एकमत नहीं हो पाए। जैसे-तैसे जगह चिंहित हुई तो ट्रांसपोर्टर अब यहां जाने तैयार नहीं है।
अतिक्रमण हटाने का काम इसी हफ्ते करेंगे
कटरा से फल व सब्जी दुकानों के विस्थापन की समस्या बड़े लंबे समय से चली आ रही है। अतिक्रमण हटाने का काम इसी हफ्ते से शुरू होगा।
- राजबहादुर सिंह, सांसद
10 से 15 दिन से भीतर मुझे रिजल्ट चाहिए
बैठक में अफसरों को टाइम बाउंड प्रोग्राम बनाने के निर्देश दिए गए हैं। मुझे तो कटरा और मकरोनिया में 10 से 15 दिन के भीतर रिजल्ट चाहिए।
- प्रदीप लारिया, विधायक नरयावल
मैंने नगर निगम आयुक्त से एक्शन प्लान मांग है
बैठक में जो निर्णय लिए गए हैं। उनका शत प्रतिशत पालन कराया जाएगा। मैंने नगर निगम आयुक्त से एक्शन प्लान मांगा है। कार्रवाई इसी हफ्ते होगी।
- दीपक सिंह, कलेक्टर सागर
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