ऑडनेंस फैक्ट्री रोड पर नाले के पास पत्थर से कुचलकर की गई रेलकर्मी सुरेश उईके की हत्या के मामले में शक की सुई मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी पर टिक गई है। मां के नाजायज संबंध के चलते 4 और 7 साल की दो बेटियों ने पिता को खो दिया। मां का घटना के बाद से पता नहीं है।
पुलिस उसे ढूंढ रही है। दोनों बच्चियां इस समय अपने दादा के पास हैं। सुरेश के पिता रामदास ऑर्डनेंस फैक्ट्री से रिटायर्ड दरबान हैं, और पांडरी में रहते हैं। भाई चेन्नई में कर अधिकारी है। पिता व भाई ने इस हत्या में बहू और उसके प्रेमी पर ही संदेह जताया है। मृतक सुरेश ने दुर्गेश से प्रेम विवाह किया था। वह कांदई कला गांव की थी और इसी गांव का उसका प्रेमी सईद है।
सुरेश शादी के बाद पत्नी के साथ नानुपुरा में अलग मकान बनाकर रहता था। यहां उसकी पत्नी के तार प्रेमी से जुड़े हुए थे। पथरौटा थाने के एसआई भोजराज बरबड़े ने कहा, पुलिस को भी हत्या की वारदात में इन दोनों पर पुख्ता संदेह है। इन दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूरे मामले का खुलासा करेगी।
ये है घटनाक्रम
ज्ञात हाे कि रेलकर्मी 40 वर्षीय सुरेश उईके की हत्या 4 दिन पहले रात में कर दी गई थी। सुरेश की ड्यूटी कीरतगढ़ से भौंरा तक लगती थी। घटना की रात रेलवे की ड्यूटी कर सुरेश बाइक से घर आ रहा था। उसी समय उस पर पत्थर से हमला किया गया। संदेह है कि हमलावर उसकी पत्नी का प्रेमी हो सकता है। शादी के बाद रेलकर्मी सुरेश की पत्नी अपने पूर्व प्रेमी सईद अली से मोबाइल पर बातें करती रही।
जांच में यह तथ्य सामने आया कि दुर्गेश अपने पति सुरेश उईके को छोड़कर पिछले साल अगस्त में सईद के साथ भागी थी। पति की रिपोर्ट पर दुर्गेश को सवा माह बाद पुलिस ने बरामद कर लिया था। इसके बाद बेमन से सुरेश के साथ नानुपुरा में रह रही थी। सुरेश की लाश और बाइक ओएफ रोड पर नाले के पास मंगलवार की रात को मिली थी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2JlnzDY November 29, 2020 at 05:10AM https://ift.tt/1PKwoAf
0 Comments