देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर चल रहीं चर्चाओं के बीच जबलपुर में भी स्वास्थ्य विभाग की तैयारियाँ तेज हैं। केंद्र व प्रदेश शासन के निर्देशों के हिसाब से चल रही तैयारियों में प्रारंभिक दौर में डॉक्टर्स व मेडिकल स्टाफ को यह वैक्सीन लगाई जाएगी। बीते एक महीने से जिले के शासकीय व निजी मेडिकल स्टाफ की सूची तैयार करने में लगे विभाग ने 23248 नामों की सूची तैयार की है। इसमें 9119 निजी अस्पतालों, क्लीनिक के डॉक्टर्स व उनका स्टाफ है। इनको ही प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेट किया जाएगा, बाद में इनका सहयोग आम जनता को वैक्सीन लगाने में किया जाएगा। पहले दौर में देश भर में 31 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
कई ने नहीं दिए वोटर कार्ड
मेडिकल स्टाफ को पहले वैक्सीन लगाने के मामले में उनकी सूची के साथ ही वोटर आईडी व आधार कार्ड को आवश्यक किया गया था। यहाँ के कई डाॅक्टर्स व स्टाफ ने आईडी प्रूफ के नाम पर वोटर आईडी की जगह सिर्फ आधार कार्ड दिया है। भोपाल में पोर्टल में वोटर कार्ड अनिवार्य होने पर जानकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं हो सकी। अब फिर से दस्तावेज मँगाए गए हैं।
कई प्राइवेट हॉस्पिटल व क्लीनिक संचालित करने वाले डॉक्टर्स ने पूरे स्टाफ की सूची उपलब्ध नहीं कराई है। बड़ी संख्या में उन हैल्थ वर्कर्स की सूची नहीं भेजी गई है जिनका कर्मचारी के तौर पर पीएफ नहीं कटता। ऐसे कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के लिए इसलिए नहीं रखा गया कि कहीं इस जानकारी पर श्रम सहित दूसरे विभाग कोई कार्यवाही न कर दें। क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर्स ने भी सिर्फ खुद का नाम दिया है, जबकि उनके यहाँ कई कर्मचारी काम करते हैं।
कोल्ड चेन बनेगी समस्या
वर्तमान में दो कंपनियों की वैक्सीन आने की बात की जा रही है। इनमें एक वैक्सीन को -17 डिग्री सेल्सियस के कोल्ड चेन में रखना जरूरी है। इसका फिक्स प्वाॅइंट पर ही उपयोग संभव है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दाहिया ने बताया कि इस वैक्सीन के आने की उम्मीद न के बराबर है, वहीं दूसरी वैक्सीन के लिए 2 से 8 डिग्री की काेल्ड चेन मेनटेन करनी होगी जो कि आसानी से की जा सकेगी। वैक्सीनेशन के लिए लगभग एक हजार शासकीय कर्मियों को लगाया जाएगा।
सीरो सर्वे: बच्चे, युवा बुजुर्ग सब शामिल
डॉ. दाहिया ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में एक दिसंबर से एंटी बॉडी का सीरो सर्वे शुरू किया जा रहा है। इसमें 10 हजार टेस्ट का लक्ष्य रखा गया है जिसमें बच्चे, युवा व बुजुर्गों को समान तौर पर लिया जाएगा। एंटी बॉडी टेस्ट के पीछे जिले की आबादी के हिसाब से उसमें एंटी बॉडी बनने का अनुपात निकाला जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिंतित हैैं कि एंटी बॉडी की रिपोर्ट संबंधित को नहीं दी जाएगी, ऐसी स्थिति में लोग रक्त देने तैयार होंगे या नहीं। मेडिकल काॅलेज में प्रतिदिन 100 टेस्ट किए जा सकेंगे।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3q76sXk November 28, 2020 at 05:23AM https://ift.tt/1PKwoAf





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