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कैलारस निवासी बीएससी की छात्रा का क्वारी नदी में पुल के नीचे मिला शव; फोन करके सता रहे थे दो लड़के

कैलारस के अंबेडकर मार्ग पर रहने वाली बीएससी की छात्रा नीतू शाक्य (19) का मंगलवार की सुबह नैंपरी गांव के पास क्वारी नदी के पुल के नीचे शव मिलन से सनसनी फैल गई। युवती के शरीर पर चोट के निशान हैं। युवती का शव पेट के बल पड़ा था। युवती का बायां हाथ पेट के नीचे दबा होकर उसमें फ्रैक्चर पाया गया। दूसरे हाथ की कलाई व कोहनी से लेकर पीठ व पैरों में भी चोट के निशान मिले हैं। घटनास्थल पर नीतू की चप्पल व मोबाइल फोन भी मिला है। पुलिस शाम 4 बजे तक घटित अपराध को लेकर कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी।

फोरेंसिक अधिकारी डा. अर्पिता सक्सेना का कहना है कि लड़की को पुल से फेंकने की स्थिति नजर नहीं आ रही है। उसके साथ कुछ गलत हुआ है या नहीं यह जांच के बाद साफ हुआ है। इधर, युवती के पिता ने आरोप लगाया कि दो लड़के बेटी को फोन करके परेशान कर रहे थे। पुलिस को इस संबंध में आवेदन भी दिया लेकिन पुलिस ने कार्रवाई के बजाए आवेदन में हवा में फेंक दिया। इस मामले में पुलिस ने दोनों लड़कों पर केस दर्ज किया है।

आखिर कब तक ऐसे ही मरती रहेंगी बेटियां


नीतू शाक्य की हत्या हुई या उसने मनचलों से परेशान होकर सुसाइड़ किया है, इन तथ्यों की जांच के लिए कैलारस अस्पताल के 3 डॉक्टर्स डा.कल्पना शर्मा, डा.मयंक उपाध्याय व डा. शैलेन्द्र सिकरवार की टीम से मृतका का पोस्टमार्टम कराया गया। पीएम के दौरान दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड बनाई गई है, जिसे जांच के लिए फोरेसिंक लैब भेजा जाएगा। इसके अलावा मृतका की बच्चेदानी को भी खोलकर चेक किया गया कि कहीं उसमें प्रगनेंसी के लक्षण तो नहीं हैं।

पिता का आक्रोश: पुलिस ने कार्रवाई तो दूर, हाथ से लिखे आवेदन को हवा में फेंक दिया
नीतू के पिता जगदीश शाक्य (जो पेशे से ऑइल एक्सपेलर चलाने का काम करता है) का कहना है कि उनकी बेटी को कैलारस में डाकबंगला के पास रहने वाला राहुल शिवहरे व उसका साथी हेमंत दीक्षित 7 महीने से छेड़छाड़ करते हुए परेशान कर रहे थे। इसकी लिखित शिकायत उसने फरवरी महीने के अंत में कैलारस थाने जाकर की। पुलिस ने कार्रवाई तो दूर, हाथ से लिखे आवेदन को हवा में फेंक दिया। पुलिस ने नहीं सुना तो हमने आरोपी युवकों के घर जाकर उनसे भी कहा कि उनकी बेटी पर दया करो उसे परेशान मत करो लेकिन आरोपी युवकों ने उसकी फरियाद को नहीं सुना।

राहुल व हेमंत अभी 3 दिन से नीतू को फिर परेशान कर रहे थे। पुलिस ने पहले सुना नहीं था इसलिए हमारी हिम्मत दोबारा थाने जाकर शिकायत करने की नहीं हुई। इसकी परिणति बेटी की हत्या के रूप में सामने आई है। जगदीश ने एफआईआर में राहुल के मोबाइल नंबर 7000083193 व हेमंत दीक्षित के मोबाइल नंबर 9399585489 का जिक्र किया है। खबर लिखे जाने के दौरान हेमंत का मोबाइल फोन एक्टिव था और राहुल का स्विच ऑफ।

रोड पर चक्काजाम के दबाव किया तब दर्ज हुआ दो युवकों पर केस
पुलिस को नीतू का शव क्वारी नदी से उठाकर ले जाने से भीड़ ने रोक दिया। भीड़ का कहना था कि जब तक आरोपी राहुल शिवहरे व हेमंत दीक्षित को हत्या के मामले में नामजद नहीं कर दिया जाता है तब तक शव नदी से उठने नहीं दिया जाएगा। मृतका के पिता जगदीश ने एफआईआर की कॉपी घटनास्थल पर नहीं आ जाएगी तब तक कुछ नहीं होगा। भीड़ ने एफआईआर व आरोपियों की गिरफ्तार की मांग को लेकर नेंपरी पुल पर जाम लगा दिया तब टीआई प्रवीण सिंह चौहान एफआईआर लिखने के लिए थाने पहुंचे और तहरीर की कॉपी घटनास्थल पर ले जाकर फरियादी जगदीश उर्फ जगन्नाथ शाक्य को दी। एफआईआर लिखे जाने की मांग पर भीड़ ने दो बार चक्का जाम किया।

केस दर्ज कर लिया है, लड़की के पिता के आवेदन का मामला दिखवाएंगे
किशोरी की मौत के मामले में कैलारस पुलिस ने दफा 306 का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। जगदीश शाक्य ने फरवरी में आवेदन दिया और उस पर तत्कालीन थाना प्रभारी ने कार्रवाई नहीं की...इस तथ्य की जांच कराएंगे और दोषी पाए जाने पर सबंधित के खिलाफ कार्रवाई तय की जाएगी।
मनोज शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक चंबल जोन



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पिता का आक्रोश: पुलिस ने कार्रवाई तो दूर, हाथ से लिखे आवेदन को हवा में फेंक दिया


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