जिला अस्पताल में पिछले दिनों घोट्या की पूजा पति सावन पाटीदार के नवजात की मौत के मामले में डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों व पाटीदार समाज के लोगों ने शनिवार को तीन जगह धरना दिया। सुबह 11 बजे से जिला अस्पताल के मेटरनिटी के गेट पर बैठे समाजजनों ने डॉ. महेंद्र बड़ोले व डॉ. इंदिरा गुप्ता को सस्पेंड करने के नारे लगाए। सिविल सर्जन डॉ. आर जोशी व सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर आए। उन्होंने एक घंटे में कार्रवाई का आश्वासन दिया। स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर से बात की। डायरेक्टर ने स्थानीय स्तर पर कार्रवाई को कहा। शाम 6 बजे तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो समाजजन सीएमएचओ कार्यालय व कलेक्टोरेट पहुंचे। कलेक्टोरेट में कलेक्टर अनुग्रहा पी से चर्चा हुई।
रात में घर सोते हैं डॉक्टर, कॉल पर बुलावा
स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं, लेकिन सभी डॉक्टर मरीजों का इलाज करते हैं। प्रथम श्रेणी डॉ. इंदिरा गुप्ता, द्वितीय श्रेणी डॉ महेंद्र बड़ोले, डॉ. वंदना सरकानूनगो, डॉ. प्रीति चौहान, डॉ. सारिका पटेल, डॉ. शारदा कनास पदस्थ हैं। 8 घंटे की ड्यूटी करें तो हर समय लोगों को दो डॉक्टर ड्यूटी पर मिलेंगे। जबकि ऐसा नहीं होता है। रात में तो डॉक्टर घर सो जाते हैं। कॉल पर बुलाया जाता है।
कार्रवाई पर अड़े तो डाॅ. बड़ोले को दिया नोटिस
शाम 7 बजे कलेक्टोरेट में अनुग्रहा पी की उपस्थिति में बैठक हुई। इसमें डॉ बड़ोले पर कार्रवाई के लिए अड़े तो अफसरों ने दो स्टॉफ नर्सों को सस्पेंड किया। डॉ बड़ोले को नोटिस दिया। एसडीएम सत्येंद्रसिंह को जांच सौंपी। समाजजन डॉ. बड़ोले सस्पेंड करने की जिद पर अड़ गए और धरना जारी रहा। समाजजनों ने मौत के जिम्मेदार को बचाने व छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई का भी आरोप लगाया। पूजा के पति सावन ने कहा कि ऑपरेशन थियेटर से मेरी पत्नी को बाहर लेकर आए, लेकिन ऑपरेशन नहीं किया। इतनी लापरवाही होना मेरे नवजात की हत्या जैसा है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2TpsgOC October 25, 2020 at 05:13AM https://ift.tt/1PKwoAf
0 Comments