दो साल पहले लोगों से शुल्क लेकर निगम के पंजीकृत प्लंबरों ने नल कनेक्शन किए, बावजूद इसके कई लोगों से लिए गए शुल्क की राशि अभी तक निगम में जमा नहीं की। करीब 350 से अधिक अवैध नल कनेक्शन कर दिए। इनका शुल्क निगम को मिला न दो साल से टैक्स जमा हुआ। संबंधित लोगों के नाम से शुल्क जमा नहीं होने के कारण उन्हें अभी तक जलकर के बिल नहीं मिल पाए हैं।
कनेक्शन लेने के दो साल बाद भी जल कर के बिल नहीं मिलने पर कुछ लोगों ने निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट से शिकायत की। इसके बाद पता चला कि करीब 3 लाख रुपए कैशियर के पास जमा है लेकिन यह राशि संबंधित लोगों के नाम से जमा नहीं हो पाई गई। जिन लोगों से नल कनेक्शन शुल्क लिया है। उनकी सूची भी है। हालांकि जितनी राशि कैशियर के पास जमा है वह करीब 100 लोगों की ही है। जबकि इससे तीन गुना अधिक राशि अभी तक कुछ प्लंबरों ने जमा नहीं की है।
जमा की राशि की रसीद मिली न जलकर का बिल
अनाज मंडी रामकृष्णगंज निवासी दीपक शाह ने बताया कि वीरमती बेन चंपालाल शाह के नाम से नल कनेक्शन लिया था। दो साल पहले निगम के अधिकृत ठेकेदार सावन बंसल को शुल्क सहित सामग्री की राशि सहित कुल 5300 रुपए दिए थे। आज तक जमा की गई राशि की न तो रसीद मिली और न ही नल कनेक्शन के बाद निगम ने जलकर का बिल दिया। इसी तरह की समस्या सेठी नगर के सतीश जैन की भी है।
इन क्षेत्रों अधिक है अवैध नल कनेक्शन
डॉ.राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई, पं.दीनदयाल, हाटकेश्वर वार्ड, गणेश तलाई, सूरज कुंड, डॉ.आम्बेडकर, छात्रपति शिवाजी, सरोजनी नायडू, डॉ.जाकिर हुसैन, चंद्रशेखर आजाद, दादा धूनीवाले, भैरव तालाब, संतोषी माता, रानी दुर्गावती, महात्मा गांधी, नेताजी सुभाषचंद्र बोस वार्ड।
निगम ने अधिकृत किया था इन प्लंबरों को
संतोष यादव, मनीष रायकवार, राजकुमार तिवारी, प्रकाश पटेल, राहुल दहीकर, अंकित सोनी, अय्यूब खान, सतीश तिवारी।
मैनुअल रसीद बनाकर जमा करेंगे पैसे
^जिन लोगों के पैसे निगम में रखे हुए हैं उनकी मैनुअल रसीद बनाकर जमा करेंगे। जिनकी शिकायत मिली थी उनके पैसे जमा करने की कार्रवाई कर रहे हैं।|
-दिनेश मिश्रा, उपायुक्त
लोग जानकारी दे और एफआईआर कराएं
^अवैध नल कनेक्शन काटे जाएंगे। जिन लोगों ने इस तरह नल कनेक्शन कराए हैं, वे निगम आकर स्थिति स्पष्ट करें। पैसे लेने वाले प्लंबरों पर एफआईआर कराएं।
-हिमांशु भट्ट, आयुक्त, नगर निगम
फैक्ट फाइल : 26229 नल कनेक्शन है शहर में
2150 नए नल कनेक्शन पांच महीने में किए थे पंजीकृत प्लंबरों ने
1800 कनेक्शन का शुल्क ही निगम में जमा हुआ, 350 नल कनेक्शन अवैध हो गए
6645 कनेक्शनों को प्लंबरों ने 2300 रु. प्रति कनेक्शन लेकर किया था नवीनीकरण
495 नल कनेक्शन तीन साल पहले विश्वा कंपनी ने किए थे
2950 रुपए प्रत्येक नए नल कनेक्शन का शुल्क लिया था शहर के नागिरकों से
200 रुपए महीना फ्लेट रेट पर शहर
के नागरिकों को मिल रहा पानी
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