आदमपुर छावनी में इंदौर की तर्ज पर लगने वाले प्रोसेसिंग प्लांट में ताजा कचरे की ही प्रोसेसिंग होगी। पिछले तीन साल से यहां डम्प हो रहे कचरे और प्लांट लगने तक आने वाले कचरे के निपटारे के लिए अलग इंतजाम करना होंगे।
यदि आज से यह काम शुरू भी हो जाए तो यहां पड़े लगभग 50 हजार टन कचरे को साफ करने में दो साल लग जाएंगे, यानी कम से कम दो साल तक आदमपुर छावनी और आसपास की आबादी की परेशानियों का सिलसिला थमने वाला नहीं है।
हालांकि नगर निगम की इस 50 हजार टन कचरे की प्रोसेसिंग के लिए भानपुर खंती की तर्ज पर चौथा प्लांट लगाने की योजना है। अभी टेंडर प्रक्रिया जारी है और इस पर लगभग 35 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। यदि नवंबर में यह काम शुरू हो पाया तो भी इस कचरे को साफ होने में लंबा वक्त लगेगा।
ग्राउंड रिपोर्ट, खेतों में जा रहा काला पानी, फसलें खराब
यहां रहने वाले बलिराम का कहना है कि खंती से निकलने वाला बदबूदार काला पानी खेतों में जा `रहा है। इससे फसलें भी खराब हो गई हैं। उन्होंने बताया कि तेज हवा के साथ कचरा उड़कर खेतों में भी जमा हो जाता है, जिसमें सबसे ज्यादा प्लास्टिक होता है जो मिट्टी खराब कर रहा है।
हालात ये कि...ट्यूबवेल के गंदे पानी से हो रहे त्वचा संबंधी रोग
मेरे ट्यूबवेल में गंदा पानी आने की वजह से सबसे ज्यादा समस्या हो रही है। यह पानी बीमारी पैदा कर रहा है। इसका उपयोग नहाने या पेयजल के रूप में तो क्या खेत-खलियान के लिए भी नहीं किया जा सकता है।
- गोपाल सिंह प्रजापति, पडरिया काछी निवासी
हमारा घर खंती से 1 किमी दूर है लेकिन खंती की वजह से ट्यूबवेल का पानी पूरा खराब हो चुका है। इस पानी के उपयोग से खुजली शुरू हो जाती है। दो से चार किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। शाम के वक्त चारों तरफ बदबू का बनी रहती है।
- फैजल खान, रहवासी
प्रोसेसिंग में दो साल लगना स्वाभाविक है
आदमपुर छावनी के कचरे की प्रोसेसिंग में दो साल का समय लगना स्वाभाविक है। प्रक्रिया शुरू कर दी है। यहां 4 अलग-अलग प्लांट लगेंगे। इससे पुराने कचरे के साथ नए कचरे की प्रोसेसिंग भी होगी।
-वीएस चौधरी कोलसानी, कमिश्नर, नगर निगम
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3kPu0wg September 26, 2020 at 05:21AM https://ift.tt/1PKwoAf
0 Comments