Omicron और Covid-19 का खतरा कम होता दिख रहा है और सुप्रीम कोर्ट भी शारीरिक सुनवाई की राह पर आगे बढ़ रहा है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में वकीलों और बेंच के बीच हुई बातचीत से साफ समझ में आ गया कि इस संक्रमण का डर और असर क्या है।
चीफ जस्टिस NV रमना (Chief Justice NV Ramana) की अदालत में हाजिर हुए वरिष्ठ vakil और SCBA अध्यक्ष विकास सिंह ने जब सभी दिनों तक शारीरिक सुनवाई करने का अनुरोध किया तो चीफ जस्टिस ने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है।
चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने कहा, "ओमाइक्रोन साइलेंट किलर (Omicron Silent Killer) है। मैं खुद पिछले 25 दिनों से इससे जूझ रहा हूं। पहली लहर में भी मुझे कोरोना हुआ था, लेकिन फिर मैंने इसे चार दिनों में पछाड़ दिया था। लेकिन Omicron का असर इस लहर में मेरे लिए पिछले 25 दिनों से समस्या है। हाल ही में नए मामलों में भी 15 हजार का उछाल सामने आ रहा है। इस पर विकास सिंह ने कहा कि यह Omicron है। इसका प्रभाव हल्का और मामूली होता है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा, "ऐसा नहीं है। यह एक खामोश मारक है। मैं खुद 25 दिनों तक इसके प्रभाव से बाहर नहीं निकल पा रहा हूं।
विकास सिंह ने फिर कहा कि माई लॉर्ड आप इस मामले में अपवाद रहे। वैसे आम जनता कुछ ही दिनों में स्वस्थ हो रही है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को में शारीरिक सुनवाई चल रही है। सोमवार और शुक्रवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई होती है।
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