मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में देह व्यापार के मामले में बीती छह जनवरी को एक सैलून से 10 महिलाओं और आठ पुरुषों को गिरफ़्तार किया गया था. आरोप है कि इनमें से तीन लोग भाजपा की युवा मोर्चा का सदस्य होने के साथ राज्य के वन मंत्री विजय शाह के क़रीबी हैं. कांग्रेस ने मंत्री के इस्तीफ़े की मांग की है, वहीं मंत्री ने कहा है कि अगर कुछ ग़लत हुआ है तो पुलिस कार्रवाई करेगी.
इंदौर: कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश के इंदौर के एक सैलून में जिस्मफरोशी गिरोह के खुलासे के वक्त आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े गए 18 लोगों में तीन सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा (भाजयुमो) के नेता हैं और वे सूबे के वन मंत्री विजय शाह के ‘करीबी’ हैं.
कांग्रेस नेताओं ने मामले की जांच के साथ वन मंत्री के इस्तीफे की मांग की है.
वन मंत्री विजय शाह के साथ गिरफ्तार भाजयुमो नेताओं में से कुछ की तस्वीरें लोग सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं. इसे लेकर वन मंत्री ने सफाई दी है.
इंदौर सेक्स रैकेट मामले में अपने करीबी सहयोगी की संलिप्तता के आरोपों पर मंत्री विजय शाह ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘जब हम सार्वजनिक जीवन में काम करते हैं तो बहुत से लोग हमारे साथ तस्वीरें लेते हैं. राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन में अंतर होता है. अगर उन्होंने कुछ भी गलत किया है, तो पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी.’
Many people take pictures with us when we work in public life. There is a diff b/w political&personal life. If they have done anything wrong,police will take action as per law: MP forest minister Vijay Shah on allegations of involvement of his close aide in Indore sex racket case pic.twitter.com/tipsMdbPY4
— ANI (@ANI) January 8, 2022
पुलिस के मुताबिक, जिस्मफरोशी गिरोह से जुड़े गिरफ्तार आरोपियों में थाईलैंड की सात युवतियां शामिल हैं. इस मामले में सियासी फजीहत झेल रही भाजपा का कहना है कि वह आरोपों के घेरे में आए तीनों लोगों के बारे में पड़ताल कर रही है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूज ने एक बयान में कहा, ‘इंदौर के एक सैलून में जिस्मफरोशी गिरोह के खुलासे के वक्त आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े गए लोगों में तीन खंडवा जिले के भाजयुमो नेता हैं. ये तीनों नेता खंडवा से ही ताल्लुक रखने वाले वन मंत्री विजय शाह के करीबी हैं.’
सलूजा ने कहा, ‘प्रदेश के इंदौर में विजय नगर के स्पा सेंटर में चल रहे सेक्स रैकेट में पकड़ाए तीन आरोपियों का कनेक्शन भाजपा से सामने आया है. तीनो युवक वरुण यादव, विवेक नामदेव व अशोक सिंगला भाजयुमो के खालवा मंडल के पदाधिकारी और प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह इस के बेहद करीबी हैं.’
नरेंद्र सलूजा ने अपने ट्वीट में दो तस्वीरें भी साझा की हैं, जिनमें से एक तस्वीर में मंत्री शाह बुलेट पर भाजयुमो सदस्य विवेक नामदेव के साथ हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में वरुण यादव को कुछ खिलाते हुए नजर आ रहे हैं.
इस स्पा सेंटर को भी भाजपा नेताओ के संरक्षण की बात सामने आ रही है।
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) January 8, 2022
कांग्रेस की माँग है कि इस खुलासे के बाद वनमंत्री इस्तीफ़ा दे।
कांग्रेस का आरोप है कि इस मामले को दबाने व छुपाने के लिये ही भाजपा जानबुझकर इंदौर -भोपाल में भाजपा नेता जावेद हबीब के मामले को उछाल रही है…
लूजा ने एक ट्वीट कर कहा, ‘इस स्पा सेंटर को भी भाजपा नेताओं के संरक्षण की बात सामने आ रही है. कांग्रेस की मांग है कि इस खुलासे के बाद वन मंत्री इस्तीफा दें. कांग्रेस का आरोप है कि इस मामले को दबाने व छुपाने के लिए ही भाजपा जान-बूझकर इंदौर-भोपाल में भाजपा नेता जावेद हबीब के मामले को उछाल रही है.’
उन्होंने कहा, ‘जिस्मफरोशी मामले में तीन भाजयुमो नेताओं के पकड़े जाने से भाजपा की असली चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ गया है. हम वन मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं.’
रविवार को ट्वीट कर कांग्रेस नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘यह भी पता लगाना आवश्यक है कि जो स्पॉ चला रहा था वो किस भाजपा नेता का चेला है और यह सब कब से और किसके संरक्षण में चल रहा था?’
यह भी पता लगाना आवश्यक है कि जो स्पॉ चला रहा था वो किस भाजपा नेता का चेला है? और यह सब कब से और किसके संरक्षण में चल रहा था। #भाजपा
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 9, 2022
https://t.co/8mXB9tjhhi
कांग्रेस के आरोपों पर वन मंत्री शाह की प्रतिक्रिया कई प्रयासों के बावजूद नहीं मिल सकी है. हालांकि, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा, ‘खंडवा की जिला भाजपा इकाई आरोपों के घेरे में आए तीनों लोगों के बारे में पड़ताल कर रही है. अगर तीनों लोग भाजयुमो से जुड़े पाए गए और जिस्मफरोशी मामले में उनकी कोई भूमिका मिली, तो प्रदेश भाजपा इकाई की ओर से इन्हें पार्टी से बाहर निकालने की सिफारिश की जाएगी.’
पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि इंदौर के विजय नगर स्थित सैलून में जिस्मफरोशी के मामले में बीते छह जनवरी को 10 महिलाओं और आठ पुरुषों को अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था, जिनमें थाईलैंड की सात युवतियां शामिल हैं.
अधिकारी ने पुष्टि की कि सैलून से ग्राहकों के रूप में पकड़े गए आरोपियों में खंडवा जिले के तीन लोग शामिल थे.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा से जुड़े तीनों लोग मसाज कराने वहां गए थे, इस दौरान छापा पड़ गया और पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया.
दैनिक भास्कर ने अपनी एक रिपोर्ट में इंदौर पुलिस के हवाले से बताया है कि सेक्स रैकेट मामले में खंडवा के तीन युवकों गिरफ्तार किया था. इनमें वरुण यादव, विवेक नामदेव और अशोक सिंगला शामिल थे. यह तीनों युवक भाजपा के पदाधिकारी हैं. वरुण यादव युवा मोर्चा खालवा मंडल में उपाध्यक्ष और विवेक नामदेव महामंत्री के पद पर हैं, वहीं अशोक सिंगला भाजपा का कार्यकर्ता होकर ढाबा संचालक हैं.
भाजपा के तीनों पदाधिकारी प्रदेश सरकार में वन मंत्री विजय शाह के करीबी है. मंत्री शाह इसी क्षेत्र से विधायक हैं. मामला सामने आने के बाद कई लोगों ने मंत्री और उनके बेटे दिव्यादित्य के साथ आरोपियों के फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार 18 आरोपियों में से बीते शनिवार को 17 लोगों को जेल भेज दिया गया. इनमें से चार युवतियां जेंडर चेंज करवाकर जिस्मफरोशी का धंधा कर रही थीं. पासपोर्ट में उनका जेंडर मेल लिख हुआ है.
अधिकारी ने बताया, ‘सैलून के अलग-अलग केबिन में ग्राहकों के साथ सभी युवतियां आपत्तिजनक अवस्था में थीं. हमें वहां यौन क्रिया में प्रयोग होने वाली आपत्तिजनक सामग्री भी मिली.’
अधिकारी के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में सैलून संचालक ने कथित रूप से देह व्यापार का जुर्म कबूल कर लिया एवं बताया कि वह हर ग्राहक से 5,000 रुपये से 10,000 रुपये वसूल कर उन्हें केबिन के अंदर युवतियों के पास भेजता था.
सोशल मीडिया बोल्ड है।
सोशल मीडिया युवा है।
सोशल मीडिया सवाल उठाता है।
सोशल मीडिया एक जवाब से संतुष्ट नहीं है।
सोशल मीडिया बड़ी तस्वीर देखता है।
सोशल मीडिया हर विवरण में रुचि रखता है।
सोशल मीडिया उत्सुक है।
सोशल मीडिया फ्री है।
सोशल मीडिया अपूरणीय है।
लेकिन कभी अप्रासंगिक नहीं।
सोशल मीडिया तुम हो।
(समाचार एजेंसी की भाषा से इनपुट के साथ)
अगर आपको यह कहानी अच्छी लगी हो तो इसे एक दोस्त के साथ शेयर करें!
हम एक गैर-लाभकारी संगठन हैं। हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉर्पोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक रूप से मदद करें
0 Comments