भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,48,38,804 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,81,080 हो गया है. विश्व में संक्रमण 28.65 के करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 54.29 लाख से ज़्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप के 309 नए मामले सामने आने से देश में इस स्वरूप के मरीजों की कुल संख्या 1,270 हो गई है. साथ ही बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 16,764 नए मामले आए और 220 मरीजों ने जान गंवाई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार को सुबह जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, अभी तक ओमीक्रॉन के 1,270 मामले आए हैं, जिनमें से 374 लोग स्वस्थ हो गए या देश छोड़कर चले गए हैं.
भारत में 23 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश से आए ओमीक्रॉन के मामलों में से महाराष्ट्र में सबसे अधिक 450 मामले आए. इसके बाद दिल्ली में 320, केरल में 109 और गुजरात में 97 मामले सामने आए.
आंकड़ों के मुताबिक, कोविड-19 के दैनिक मामले करीब 64 दिनों बाद 16,000 का आंकड़ा पार कर गए हैं, जिससे भारत में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 3,48,38,804 हो गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 91,361 हो गई है.
भारत में एक दिन में संक्रमण के 16,794 नए मामले आए, जबकि 220 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,81,080 पर पहुंच गई है. 27 अक्टूबर को 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16,158 नए मामले सामने आए थे.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 28,65,18,948 हो गए हैं और अब तक 54,29,617 लोगों की जान जा चुकी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 91,361 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.26 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.36 प्रतिशत दर्ज की गई. देश में 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 8,959 की वृद्धि दर्ज की गई है.
आंकड़ों के मुताबिक, दैनिक संक्रमण दर 1.34 प्रतिशत दर्ज की गई जो 88 दिनों से दो प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर 0.89 प्रतिशत है जो 47 दिनों से एक प्रतिशत से कम है.
इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,42,66,363 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 144.54 करोड़ खुराक दी जा चुकी है.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के जो 220 मामले सामने आए हैं, उनमें से 164 मामले केरल और 22 मामले महाराष्ट्र में सामने आए.
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 4,81,080 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,41,518 लोग, केरल के 47,441 लोग, कर्नाटक के 38,327 लोग, तमिलनाडु के 36,765 लोग, दिल्ली के 25,107 लोग, उत्तर प्रदेश के 22,915 लोग और पश्चिम बंगाल के 19,757 लोग थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.
मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
वायरस के मामले और मौतें
दिसंबर महीने में एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के मामलों की बात करें तो बीते 30 दिसंबर को 13,154, 29 दिसंबर को 9,195, 28 दिसंबर को 6,358, 27 दिसंबर को 6,531, 26 दिसंबर को 6,987, 25 दिसंबर को 7,189, 24 दिसंबर को 6,650, 23 दिसंबर को 7,495, 22 दिसंबर को 6,317, 21 दिसंबर को 5,326, 20 दिसंबर को 6,563, 19 दिसंबर को 7,081, 18 दिसंबर को 7,145, 17 दिसंबर को 7,447, 16 दिसंबर को 7,974, 15 दिसंबर को 6,984, 14 दिसंबर को 5,784, 13 दिसंबर को 7,350, 12 दिसंबर को 7,774, 11 दिसंबर को 7,992, 10 दिसंबर को 8,503, नौ दिसंबर को 9,419, आठ दिसंबर को 8,439, सात दिसंबर को 6,822, छह दिसंबर को 8,306, पांच दिसंबर को 8,895, चार दिसंबर को 8,603, तीन दिसंबर को 9,216, दो दिसंबर को 9,765 और एक दिसंबर को 8,954 नए मामले आए थे.
इसी तरह पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 30 दिसंबर को 268, 29 दिसंबर को 302, 28 दिसंबर को 293, 27 दिसंबर को 315, 26 दिसंबर को 162, 25 दिसंबर को 387, 24 दिसंबर को 374, 23 दिसंबर को 434, 22 दिसंबर को 318, 21 दिसंबर को 453, 20 दिसंबर को 132, 19 दिसंबर को 264, 18 दिसंबर को 289, 17 दिसंबर को 391, 16 दिसंबर को 343, 15 दिसंबर को 247, 14 दिसंबर को 252, 13 दिसंबर को 202, 12 दिसंबर को 306, 11 दिसंबर को 393, 10 दिसंबर को 624, नौ दिसंबर को 159, आठ दिसंबर को 195, सात दिसंबर को 220, छह दिसंबर को 211, पांच दिसंबर को 2,796 (बिहार और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ), चार दिसंबर को 415, तीन दिसंबर को 391, दो दिसंबर को 477 और एक दिसंबर को 267 लोगों की मौत हुई थी.
नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 13,091 मामले 11 नवंबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 621 लोगों की मौत 28 नवंबर को हुई थी.
अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी.
सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.
अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.
जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.
जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
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