कृषि कानूनों के खिलाफ लाखों किसानों का आंदोलन और धरना दिल्ली की सीमा पर जारी है। जिस व्यक्ति को जो साधन मिल रहा है,उससे वह दिल्ली पहुंच रहा है, दमोह के जनपद जबेरा से एक युवक कड़ाके की ठंड में 12 सौ किमी का सफर बाइक से तय करके दिल्ली पहुंचा है।
युवक ने तय किया है कि जब तक बीजेपी की सरकार यह बिल वापस नहीं लेगी, वह वापस नहीं लौटेगा। हैरानी की बात यह है कि युवक की पत्नी ने 29 दिन पहले बच्चे को जन्म दिया है, जिसके दिल में छेद है, जबलपुर मेडिकल में उसकी हालात गंभीर बनी हुई है, मगर बेटे की परवाह किए बिना ही पिता किसानों के आंदोलन में शामिल होने दिल्ली की ओर कूच कर गया।
बाइक खराब हुई तो दुसरी बाइक से 15 घंटे में पहुंचा
जबेरा में राधा कृष्ण मंदिर के पास रहने वाला सौरव तिवारी अपने 29 दिन के बीमार बच्चे को पत्नी के पास छोड़कर किसानों की चिंता करते हुए दिल्ली पहुंच गया है। पहले वह दमोह से ग्वालियर पहुंचा, जहां पर उसकी पुरानी बाइक खराब हो गई तो उसने बाइक वहां पर छोड़कर नई बाइक ले ली और फिर दिल्ली के लिए निकल पड़ा। कड़ाके की ठंड के बीच सौरव ने 15 घंटे में 12 सौ किमी का सफर बाइक से तय किया है। बाइक में ठंड से बचने के लिए कंबल और डेली उपयोग की सामग्री भी साथ में बांध रखी है, ताकि रास्ते में किसी तरह की परेशानी आने पर इस्तेमाल कर सके।
उन्हें बाॅर्डर पर जाने से रोका जा रहा है
सौरव ने बताया कि किसानों के लिए यह बिल नासूर है। जब तक सरकार यह वापस नहीं लेती है, वे वापस नहीं लौटेंगे। क्योंकि यह किसानों से जुड़ा मामला है। बिल से आने वाले समय में किसानों को काफी नुकसान होगा। इसलिए वे किसानों के आंदोलन का हिस्सा बने हैं, वे दिल्ली पहुंच गए हैं और उन्हें बार्डर पर जाने से रोका जा रहा है, लेकिन वे किसानों के साथ आंदोलन में शामिल हो गए हैं। जैसे ही बॉर्डर खुलेगा। वे धरना स्थल पर पहुंच जाएंगे।
पैसे नहीं थे और मोबाइल बंद हुआ तो अंगूठी व चैन बेच दी
सौरव ने बताया कि वे जबेरा से मोबाइल के भरोसे निकले थे, उनके मोबाइल पर फोन पे की सुविधा थी, लेकिन रास्ते में उनका मोबाइल बंद हो गया और नेटवर्क भी बंद करा दिया गया है। ऐसी स्थिति में उनके पास पैसा नहीं बचा था। फिर भी उन्होंने करीब 15 घंटे निरंतर बाइक चलाई। रास्ते में उन्होंने सोने की चैन और अंगूठी भी बेच दी। जिससे उन्हें खाने और गाड़ी में पेट्रोल डलवाने के लिए राशि का इंतजाम हो गया है। वह दिल्ली के बॉर्डर पर पहुंच गया है। जहां से अंदर जान से सभी को रोका जा रहा है, लेकिन किसानों की भीड़ बढ़ने पर शासन दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति देगा। वे किसानों के साथ पूरे समय वहां रहेंगे।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2VAoseC December 04, 2020 at 05:27AM https://ift.tt/1PKwoAf
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