जनजाति विकास मंच जिला खरगोन ने सोमवार को यहां पटेल पुजारा सम्मेलन का आयोजन किया। 165 में से 85 गांव के पटेल, पुजारा व सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी पटेल-पुजारा ने 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती गांव-गांव में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया।
मुख्य वक्ता वनवासी कल्याण परिषद के अखिल भारतीय जनजाति हितरक्षा प्रमुख गिरीश कुबेर ने कहा- जनजाति समाज के गांव में पटेल, पुजारा, गावडाहला, वारती व गायण का अपनी पूजा, पद्धति, रिती-रिवाज व संस्कृति को बचाने में अहम योगदान रहा है। जनजाति समाज की बोली-भाषा अलग है लेकिन भाव एक है। हम सब भारतवासी है। सभी समाज भारत माता के अंग हैं। संगठित होकर अपने अधिकार के लिए अागे अाना होगा तभी गांव का विकास संभव होगा। कार्यक्रम अध्यक्ष रूपसिंग बाबा ने जनजाति भाषा में संबाेधित करते हुए अपनी संस्कृति व रीति-रिवाज को बचाने का आग्रह किया। जनजाति सुरक्षा मंच के प्रांत सह संयोजक पुष्पेंद्रसिंह मंडलोई, चंदरसिंह वास्कले, छतरसिंह मंडलोई, मेहतापसिंह बर्डे, कुलदीप चौहान, ईश्वरसिंह परिहार, हजारीलाल बघेल, तिलोक पाटिल आदि मौजूद थे।
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