कृषि उपज मंडी समिति में पूरे प्रदेश के साथ-साथ हड़ताल दसवें दिन रविवार को भी लगातार चल रही है। साथ ही शुक्रवार से मंडी में कर्मचारियों द्वारा मॉडल एक्ट के विरोध में भूख हड़ताल का तीसरा दिन हो चुका है।
वहीं अब सीजन शुरू होना है, लेकिन मंडी बंद होने के कारण किसानों को अपनी उपज फड़ियों को कम भाव में बेचना पड़ रही है। इसी का फायदा कुछ व्यापारी भी उठा रहे हैं।
नगर की कृषि उपज मंडी बंद होने का असर अब बाजारों में भी देखने को मिल रहा है। इस समय सीजन शुरू होने से चहल-पहल रहती है। जबकि अभी सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं किसान भी परेशान हैं। जो कुछ सोयाबीन निकला है उसे भी कम भाव में कुछ व्यापारी व खुली खरीदी करने वाले फड़िए कम भाव में खरीद रहे हैं। जो सोयाबीन दागी कहकर दो हजार से 2500 रुपए तक खरीद रहे हैं। वहीं कर्मचारी संघ अध्यक्ष दिलीप परमार ने बताया कि मोर्चे के पदाधिकारियों की बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दूरभाष पर मंडी बोर्ड के अमले को वेतन, पेंशन की व्यवस्था व अन्य मांगों को सुनिश्चत करने का आश्वासन दिया था। लेकिन 15 दिन पूरे होने के बाद भी मांगों को पूरा नहीं किया गया।
इसे देखते हुए 25 सितंबर से संयुक्त संघर्ष मोर्चा मंडी बोर्ड भोपाल के आव्हान पर सभी अधिकारी व कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस अवसर पर हरिनारायण पचलासिया, मनोज नागोरी, मान सिंह ठाकुर, राजमल चौहान, नारायण सिंह रणावा,नगजी लाल मालवीय, देवनारायण मेवाड़ा, हरिनारायण सोनी आदि कर्मचारी उपस्थित थे।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3ixc2wY October 05, 2020 at 05:16AM https://ift.tt/1PKwoAf
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