भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में मप्र का दखल अब कम हो गया है। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की बनाई टीम में अभी तक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहीं उमा भारती, प्रभात झा और सचिव ज्योति धुर्वे के साथ केंद्रीय टीम में छह लोग थे, लेकिन यह संख्या अब 4 रह गई है। नड्डा की टीम से उमा, झा, फग्गन सिंह कुलस्ते व ज्योति धुर्वे बाहर हो गए।
मुख्यमंत्री बनने की वजह से शिवराज सिंह चौहान का हटना तय था। चौहान भी शाह की टीम में उपाध्यक्ष थे। नड्डा की टीम में सिर्फ कैलाश विजयवर्गीय ही बरकरार रह पाए हैं। उन्हें फिर राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। तीन नए चेहरों को मौका मिला है। इसमें पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे को राष्ट्रीय मंत्री, मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता को सह कोषाध्यक्ष और पूर्व मंत्री लालसिंह आर्य को अजा मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
लालसिंह के जरिए भाजपा ने दलित वोटों को साधने की कोशिश की है। वे थोड़ा नाराज भी चल रहे थे। बहरहाल, नड्डा की टीम से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मप्र के 5 साल तक प्रभारी रहे विनय सहस्त्रबुद्धे के बाहर होने से मप्र को अब जल्द ही नया प्रभारी मिल सकता है। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेसंस के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से ही चर्चा थी कि सहस्त्रबुद्धे पार्टी के पदों से हट सकते हैं।
संगठन मंत्री मेनन का भी कद बढ़ा
मप्र में दस साल से भी अधिक समय तक पार्टी में प्रदेश संगठन महामंत्री, सह संगठन महामंत्री और संगठन मंत्री के अलग-अलग पदों पर रहे अरविंद मेनन का कद थोड़ा बढ़ा है। वे नड्डा की टीम में दिल्ली से राष्ट्रीय मंत्री बनाए गए हैं।
फीडबैक पर मिली जगह-मप्र से तीन नए चेहरे शामिल हुए, जिनके बारे में दिल्ली ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत से फीडबैक लिया। इसके साथ
मप्र की टीम उपचुनाव के बाद- इधर, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की बहुप्रतीक्षित टीम के उपचुनाव तक टलने के आसार बन गए हैं।
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from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3mWCnrW September 27, 2020 at 05:14AM https://ift.tt/1PKwoAf
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